अज अनादि अविगत अलख, अकल अतुल अविकार। बंदौं शिव-पद-युग-कमल अमल अतीव उदार॥ Read more about श्री शिव चालीसा …
अज अनादि अविगत अलख, अकल अतुल अविकार। बंदौं शिव-पद-युग-कमल अमल अतीव उदार॥ Read more about श्री शिव चालीसा …
जय जय जय विन्ध्याचल रानी। आदि शक्ति जगबिदित भवानी॥ Read more about श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा …
जय जय जननी हराना अघखानी। आनंद करनी गंगा महारानी ।। जय भगीरथी सुरसरि माता। कलिमल मूल डालिनी विख्याता ।। Read more about श्री गंगा चालीसा …
सिन्धु सुता मैं सुमिरौ तोही । ज्ञान बुद्घि विघा दो मोही ॥ Read more about श्री लक्ष्मी चालीसा …
जय जय श्री काली के लाला । जयति जयति काशी-कुतवाला ॥ Read more about श्री भैरव चालीसा …
जय जय जय गणपति गणराजू। मंगल भरण करण शुभ काजू॥१ Read more about श्री गणेश चालीसा …
जय यदुनन्दन जय जगवन्दन। जय वसुदेव देवकी नन्दन॥१ Read more about श्री कृष्ण चालीसा …
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर | जय कपीस तिहुं लोक उजागर || Read more about श्री हनुमान चालीसा …
नमो नमो दुर्गा सुख करनी | नमो नमो अम्बे दुखहरनी || Read more about श्री दुर्गा चालीसा …
जय जय श्री शीतला भवानी । जय जग जननि सकल गुणधानी ॥ Read more about श्री शीतला चालीसा …