ॐ जय जगदानन्दी, मैया जय आनन्द कन्दी ।
ब्रह्मा हरिहर शंकर रेवा शिव, हरि शंकर रुद्री पालन्ती॥
॥ॐ जय जय जगदानन्दी..॥ Read more about श्री नर्मदाजी की आरती – Narmada Maiya Ki Aarti …
ॐ जय जगदानन्दी, मैया जय आनन्द कन्दी ।
ब्रह्मा हरिहर शंकर रेवा शिव, हरि शंकर रुद्री पालन्ती॥
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आरती श्री गैय्या मैंय्या की, आरती हरनि विश्वब धैय्या की, Read more about आरती श्री गौ माता जी की – Gau Mata Ki Aarti …
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे
भक्त जनों के संकट, दास जनों के संकट, क्षण में दूर करे ||
|| ॐ जय जगदीश हरे || Read more about श्री विष्णु जी की आरती – Vishnu Ji Ki Aarti …
जय जय जय शारदा महारानी, आदि शक्ति तुम जग कल्याणी।
रूप चतुर्भुज तुम्हरो माता, तीन लोक महं तुम विख्याता॥ Read more about श्री शारदा चालीसा – Shri Sharda Chalisa …
जय-जय-जय नर्मदा भवानी, तुम्हरी महिमा सब जग जानी।
अमरकण्ठ से निकली माता, सर्व सिद्धि नव निधि की दाता। Read more about श्री नर्मदा चालीसा …
ब्रह्मा भेद न तुम्हरे पावे, पंच बदन नित तुमको ध्यावे ।
षड्मुख कहि न सकत यश तेरो, सहसबदन श्रम करत घनेरो ।। Read more about श्री पार्वती माता चालीसा – Shri Parvati Mata Chalisa …
नित्य आनंद करिणी माता, वर अरु अभय भाव प्रख्याता ।
जय ! सौंदर्य सिंधु जग जननी, अखिल पाप हर भव-भय-हरनी । Read more about श्री माँ अन्नपूर्णा चालीसा – Maa Annapurna Chalisa …
जय संतोषी मां जग जननी, खल मति दुष्ट दैत्य दल हननी।
गणपति देव तुम्हारे ताता, रिद्धि सिद्धि कहलावहं माता॥ Read more about श्री संतोषी माता चालीसा …
नमो: नमो: वैष्णो वरदानी, कलि काल मे शुभ कल्याणी।
मणि पर्वत पर ज्योति तुम्हारी, पिंडी रूप में हो अवतारी॥ Read more about श्री वैष्णो देवी चालीसा …
धन्य धन्य श्री तलसी माता। महिमा अगम सदा श्रुति गाता॥
हरि के प्राणहु से तुम प्यारी। हरीहीँ हेतु कीन्हो तप भारी॥ Read more about श्री तुलसी चालीसा …