जय वृषभानु कुँवरी श्री श्यामा। कीरति नंदिनी शोभा धामा ।
नित्य विहारिनी श्याम अधारा। अमित मोद मंगल दातारा । Read more about श्री राधा चालीसा …
जय वृषभानु कुँवरी श्री श्यामा। कीरति नंदिनी शोभा धामा ।
नित्य विहारिनी श्याम अधारा। अमित मोद मंगल दातारा । Read more about श्री राधा चालीसा …
नमो महा कालिका भवानी। महिमा अमित न जाय बखानी॥
तुम्हारो यश तिहुँ लोकन छायो। सुर नर मुनिन सबन गुण गायो॥ Read more about श्री महाकाली चालीसा …
अरि मद मान मिटावन हारी । मुण्डमाल गल सोहत प्यारी ॥
अष्टभुजी सुखदायक माता । दुष्टदलन जग में विख्याता ॥ Read more about श्री काली चालीसा …
नमो महा लक्ष्मी जय माता, तेरो नाम जगत विख्याता
आदि शक्ति हो माता भवानी, पूजत सब नर मुनि ज्ञानी Read more about श्री महालक्ष्मी चालीसा …
श्याम-श्याम भजि बारंबारा। सहज ही हो भवसागर पारा।
इन सम देव न दूजा कोई। दिन दयालु न दाता होई। Read more about श्री खाटू श्याम चालीसा …
जय सविता जय जयति दिवाकर!, सहस्त्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥
भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!, सविता हंस! सुनूर विभाकर॥ Read more about श्री सूर्य चालीसा …
जै जै जै श्री कुबेर भण्डारी । धन माया के तुम अधिकारी ॥
तप तेज पुंज निर्भय भय हारी । पवन वेग सम सम तनु बलधारी ॥ Read more about श्री कुबेर चालीसा …
जय जय कमलासान जगमूला, रहहू सदा जनपै अनुकूला।
रुप चतुर्भुज परम सुहावन, तुम्हें अहैं चतुर्दिक आनन। Read more about श्री ब्रह्मा चालीसा …
नमो विष्णु भगवान खरारी, कष्ट नशावन अखिल बिहारी ।
प्रबल जगत में शक्ति तुम्हारी, त्रिभुवन फैल रही उजियारी ॥ Read more about श्री विष्णु चालीसा …