भारतीय नारी को राजनीतिक उच्चता के गौरव शिखर तक पहुंचाने वाली श्रीमती इन्दिरा गांधी का वास्तविक नाम इन्दिरा प्रियदर्शिनी था। वह दूरदर्शिनी और साहसी नारी थीं। Read more about श्रीमती इन्दिरा गांधी …
भारतीय नारी को राजनीतिक उच्चता के गौरव शिखर तक पहुंचाने वाली श्रीमती इन्दिरा गांधी का वास्तविक नाम इन्दिरा प्रियदर्शिनी था। वह दूरदर्शिनी और साहसी नारी थीं। Read more about श्रीमती इन्दिरा गांधी …
धर्मात्मा मनुष्यों की यह भी चाह रही है कि जन्म व मृत्यु अथवा आवागवन के भंवर से मुक्ति प्राप्त की जाय। संसार में कई तरह के धर्म कर्म इस आशय की प्राप्ति के लिए किये जाते हैं। Read more about जन्म और मृत्यु से मुक्ति – Freedom from Birth and Death (Guru Ram Das Ji) …
विश्वचर्चित ‘ऑस्कर’ पुरस्कार से सम्मानित कलाकार सत्यजित राय (र) की गणना अंतर्राष्ट्रीय स्तर के फिल्मकारों व निर्देशकों में की जाती है। सत्यजित राय (र) का जन्म 2 मई, 1921 को कलकत्ता में हुआ था। Read more about सत्यजित राय …
विश्व की सुप्रसिद्ध कवयित्री तथा भारत के राष्ट्रीय-क्षितिज की कर्मठ नायिका श्रीमती सरोजिनी नायडू अपनी विलक्षण प्रतिभा, काव्य-कुशलता, वक्तृत्व-शक्ति, राजनीति-ज्ञान तथा अन्तर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण के कारण केवल भारत में ही नहीं वरन् समस्त एशिया के नारी-जगत् में विशिष्ट स्थान रखती थीं। Read more about ‘भारत कोकिला’ सरोजिनी नायडू …
भारतीय राजनीति में लौह पुरुष के नाम से प्रसिद्ध ‘भारत रत्न’ सरदार वल्लभभाई पटेल अद्वितीय महापुरुष थे, Read more about सरदार वल्लभभाई पटेल …
हिंदुस्तान में प्राचीन धमों ने यह प्रचार किया हुआ था कि ग्रहस्थ में रहते हुए मुक्ति प्राप्त नहीं हो सकती। इसीलिए मुक्ति के चाहवान आबादी से दूर जंगलों व केंद्राओं में रहना शुरू कर देते थे और अनेकों प्रकार के जप-तप करते थे। Read more about गृहस्थ में मुक्ति – Grhasth Mein Mukti (Guru Ram Das Ji) …
विश्व प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर भारतीय व अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट जगत में एक मिथ बन युके हैं। ‘मास्टर ब्लास्टर’ कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है Read more about सचिन तेंदुलकर …
आज के यान्त्रिक युग में मानव को सुख-सुविधा प्रदान करने वाले अनेक आविष्कारों में से टेलीफोन (दूरभाष) एक है। टेलीफोन के आविष्कार ने मानव के बीच दूरी को कम कर दिया है। Read more about टेलीफोन – लाभ व हानियाँ …
किसी भी समाज अथवा राष्ट्र की शक्ति उसके जन-समुदाय से बनती है। जन-समुदाय बुद्धिमत्ता एवं परस्पर सहयोग से राष्ट्र को प्रगति के पथ पर आगे ले जाता है। Read more about जनसंख्या : समस्या और समाधान …
कहने को तो प्रत्येक व्यक्ति एक मजदूर है। प्रत्येक व्यक्ति को जीवन यापन के लिए न्यून-अधिक शारीरिक श्रम करना पड़ता है। Read more about भारत का बेचारा मजदूर …