आधुनिक युग विज्ञान का युग है। विज्ञान का मुख्य पहलू, लक्ष्य, उद्देश्य और गन्तव्य मानव जीवन के लिए तरह-तरह के साधन जुटाकर उसे सुख-सुविधाओं और सम्पन्नता के वरदानों से भर देना है। Read more about विज्ञान वरदान है या अभिशाप …
आधुनिक युग विज्ञान का युग है। विज्ञान का मुख्य पहलू, लक्ष्य, उद्देश्य और गन्तव्य मानव जीवन के लिए तरह-तरह के साधन जुटाकर उसे सुख-सुविधाओं और सम्पन्नता के वरदानों से भर देना है। Read more about विज्ञान वरदान है या अभिशाप …
झनझनाती चूड़ियां! अहा! इनका नाम सुनते ही नन्हीं बालिकाएं खिल उठती हैं। कल तीजों का त्यौहार था। प्रभा की माता ने उसे बड़ी सुन्दर चूड़ियां पहनाई। Read more about चूड़ियां …
इहु जगतु ममता मुआ जीवण की बिधि नाहि ॥ Read more about विवाह शादियों की रस्मों में सुधार …
मैं भारत का एक सैनिक हूँ। जन्म से मैं देहाती और साथ ही एक किसान हूँ। पुस्तकों का ज्ञान और अनुभव तो मेरे पास नाममात्र को है, पर उत्साह और सहनशक्ति असीम है। Read more about एक सैनिक की आत्मकथा …
छोटी-सी चींटी को कौन नहीं जानता ? इसे चिउंटी, च्यूटी, पिपीलिका या कीड़ी कहते हैं। यह जरा-सी होती है। कई बार पैरों के नीचे आकर कुचली जाती है। Read more about चींटी …
सतीआ एहि न आखीअनि जो मड़िआ लगि जलनि ॥ Read more about सती की अमानीय प्रथा तथा स्त्री जाति …
गुरु अमरदास जी ने बहुत स्पष्ट शब्दों में कहा है : Read more about जात-पात का भेदभाव और धर्म (Shri Guru Amar Das Ji) …
तीसरी पातशाही, गुरू अमरदास जी सत्य के पालनहार, देशों के सुल्तान और सरवावत तथा बख्शिश के प्रसार के संसार सागर की भांति हैं। Read more about श्री गुरू अमरदास जी के चरणों में भाई नंद लाल सिंघ जी की श्रद्धांजलि …
भट्टों द्वारा गुर की स्तुति में उच्चारित बाणी की तरह गुरू ग्रंथ साहिब में राय बलवंड और सत्ते द्वारा उच्चारित रामकली की वार भी दर्ज है Read more about दैवी गुणों तथा ज्ञान के पुंज गुरू अमरदास जी (Shri Guru Amar Das Ji) …
श्री गुरू अमर दास जी ने परम ज्योति में विलीन होने से पहले अपने परिवार के सभी सदस्यों को तथा संगत को एकत्रित किया और कुछ विशेष उपदेश दिये। Read more about गुरूदेव परम ज्योति में विलीन …