श्री गुरू अर्जुन देव जी ने अपने जीवनकाल में अनेकों कार्य किये थे परन्तु करतारपुर नगर का निर्माण उनका अद्वितीय कार्य था। Read more about हरगोबिन्द पुर में द्वितीय युद्ध (Shri Guru Hargobind Ji) …
श्री गुरू अर्जुन देव जी ने अपने जीवनकाल में अनेकों कार्य किये थे परन्तु करतारपुर नगर का निर्माण उनका अद्वितीय कार्य था। Read more about हरगोबिन्द पुर में द्वितीय युद्ध (Shri Guru Hargobind Ji) …
श्री गुरू हरिगोविन्द साहब जी के सांडू सांई दास जी डरोली ग्राम में निवास करते थे। उन्होंने एक नई इमारत (हवेली) बनवाई। यह अति सुन्दर तथा सुख सुविधाओं को ध्यान में रखकर तैयार की गई थी। Read more about नानक मते के लिए प्रस्थान (Shri Guru Hargobind Ji) …
पीलीभीत से लौटते हुए श्री गुरू हरिगोविन्द जी हरिद्वार ठहरे। आपके साथ हर समय अपना सैन्यबल रहता था। Read more about समर्थ रामदास से भेंट (Shri Guru Hargobind Ji) …
श्री गुरू अर्जुन देव जी ने अपने समय में माधोदास नामक प्रचारिक को कश्मीर भेजा था कि वह वहां की जनता में गुरूमति सिद्धान्तों को प्रचार करे। Read more about माई भागभरी (Shri Guru Hargobind Ji) …
जैसे कि हम पिछले अध्याय में पढ़ चुके हैं कि भाई कटू शाह जी काश्मीर घाटी के प्रारम्भ में बारामूला नगर के निकट निवास करते थे। Read more about भाई कट्टू शाह (Shri Guru Hargobind Ji) …
श्री गुरू हरिगोविन्द साहब जी कश्मीर से लौटते समय पश्चिमी पँजाब के जिला गुजरात में ठहर गये। जब आप वहां पर पड़ाव डालकर विश्राम कर रहे थे तो स्थानीय संगत आपके दर्शनों को उमड़ पड़ी। Read more about शाह उद दौला, पीर से भेंट (Shri Guru Hargobind Ji) …
बाबा जी श्री गुरू नानक देव जी को उनके चौथी प्रचारफेरी के अन्त में एक किशोर के रूप में मिले थे। Read more about बाबा बुड्ढा जी का निधन (Shri Guru Hargobind Ji) …
श्री गुरूदास जी श्री गुरू अर्जुन देव जी के रिश्ते में मामा लगते थे। जब श्री गुरू अमर दास जी ने गोईंदवाल बसाया था तो आपको श्री गुरू अंगद देव जी ने हुक्म किया कि समस्त परिवार को भी बासरके ग्राम से यहीं ले आओ। Read more about भाई गुरदास जी का निधन (Shri Guru Hargobind Ji) …
श्री गुरू हरिगोबिन्द जीके दर्शनों को अफगानिस्तान के नगर काबुल से संगत काफिले के रूप में आई तो उनमें वहाँ का धनाढ्य सेठ भाई करोड़ीमल जी, दो अच्छी नस्ल के घोड़े गुरूदेव को भेंट करने के लिए लाये। Read more about भाई विधिचन्द जी के करतब (Shri Guru Hargobind Ji) …
काबुल नगर की संगत से बलपूर्वक हथियाए गये घोड़े शाही अस्तबल लाहौर के किले में से एक एक करके युक्ति से गुरू का परम सेवक विधि चन्द लेकर गुरूदेव के चरणों में उपस्थित हुआ Read more about गुरूदेव जी का शाही सेना से तृतीय युद्ध (Shri Guru Hargobind Ji) …