रक्षाबन्धन एक हिन्दू व जैन त्योहार है जो प्रतिवर्ष श्रावण (सावन) मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। रक्षाबंधन हिन्दुओं का महत्वपूर्ण पर्व है, जो भारत के कई हिस्सों में मनाया जाता है| Read more about रक्षाबन्धन – Raksha Bandhan …
रक्षाबन्धन एक हिन्दू व जैन त्योहार है जो प्रतिवर्ष श्रावण (सावन) मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। रक्षाबंधन हिन्दुओं का महत्वपूर्ण पर्व है, जो भारत के कई हिस्सों में मनाया जाता है| Read more about रक्षाबन्धन – Raksha Bandhan …
श्री कृष्णजन्माष्टमी भगवान श्री कृष्ण का जनमोत्स्व है। जन्माष्टमी का पावन पर्व भगवान श्रीकृष्ण की पवित्र स्मृति में, उनके जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है| Read more about जन्माष्टमी – Krishna Janmashtami …
15 अगस्त भारतवर्ष का एक राष्ट्रीय त्यौहार है और इसे हर वर्ष 15 अगस्त की तिथि को मनाया जाता है| 15 अगस्त, 1947 के दिन भारत ने अंग्रेजी उपनिवेश की जकड़नों को तोड़कर स्वतंत्रता का नवप्रभाव देखा था| Read more about स्वतंत्रता दिवस – Indian Independence Day …
एक बार महिषासुर ने ब्रह्माजी से वरदान पाने के लिए कठोर तप किया। उसकी तपस्या से प्रसन्न होकर ब्रह्माजी ने उसे दर्शन दिए। ब्रह्माजी ने उससे वर मांगने को कहा तो महिषासुर ने कहा, “प्रभु! मुझे अमर कर दीजिए।” Read more about देवी दुर्गा की कथाएं …
ॐ ह्रीं श्रीं श्रीं श्रीं श्रीं श्रीं श्रीं लक्ष्मीं मम्
गृहे धन पुरे,चिन्ता दूरे दूरे स्वाहा ||
एक बार नारद के मन में यह अभिमान पैदा हो गया कि वे ही भगवान विष्णु के सबसे बड़े भक्त हैं। वे सोचने लगे, ‘मैं रात-दिन भगवान विष्णु का गुणगान करता हूं। फिर इस संसार में मुझसे बड़ा भक्त कौन हो सकता है? किंतु पता नहीं श्रीहरि भी मुझे ऐसा समझते हैं या नहीं?’ Read more about ऐसे टूटा नारद का अहंकार …
किसी भी अन्य बालक की भांति गणेश जी का बचपन भी शरारतों से भरा था। उनकी बाल-क्रीड़ाएं इतनी चंचलता लिए होती थीं कि एक स्थान पर बैठना उनके लिए दुश्वार हो जाता था। Read more about गणेश जी का बचपन …
ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं ॐ नम: सरस्वत्य: ||
ॐ गं गणपतये नम: ||
सपन सलोनी सुन्दर लोनी, गगन पे चांद बरोनी |
राजा परजा सबहि पुकारी, दोऊ कर जोरे वन्दें सारे |
रात-रात में हाल दिखावे, सपने में लीला सब आए |
आगल-पाछल सकल बतावे, लूणा जोगन दरश करावे |
न बतलाए हमार अनोरथ, गिरे, शूकर मैला में जावे |
दुहाई शिव शंकर की मन्सा पूरन की ||