भक्त कबीर का जन्म संवत 1455 जेष्ठ शुक्ल 15 को बताया जाता है| यह भी कहा जाता है कि जगदगुरु रामानंद स्वामी के आशीर्वाद से काशी में एक विधवा ब्रह्मणी के गर्भ से उत्पन्न हुए| Read more about भगत कबीर जी की जीवनी – Bhagat Kabir Ji Iintroduction …
भक्त कबीर का जन्म संवत 1455 जेष्ठ शुक्ल 15 को बताया जाता है| यह भी कहा जाता है कि जगदगुरु रामानंद स्वामी के आशीर्वाद से काशी में एक विधवा ब्रह्मणी के गर्भ से उत्पन्न हुए| Read more about भगत कबीर जी की जीवनी – Bhagat Kabir Ji Iintroduction …
भारतवर्ष में भक्ति की जो लहर चली थी, उसमें भक्त रविदास जी का भी बहुत ऊंचा स्थान है| महान महापुरुष और यूं कहें कि भक्तों में श्रेष्ठ भक्त हुए हैं| Read more about भगत रविदास जी की जीवनी – Bhagat Ravidas Ji Introduction …
शेख फरीद जिनका पूरा नाम फरीद मसऊद शकर गंज था|शेख फरीद जी का जन्म 1172 ई० में गाँव खोतवाल जिला मुल्तान में हुआ| Read more about बाबा शेख फरीद जी की जीवनी – Baba Sheikh Farid Ji Introduction …
भीखण जी मुसलमान फकीर थे| आपका सम्बन्ध सूफियों के साथ था तथा प्रसिद्ध फकीर सैयद पीर इब्राहीम के शिष्य थे| आपका जन्म लखनऊ के गाँव काकोरी में हुआ| Read more about भक्त भीखन जी की जीवनी – Bhagat Bhikhan Ji Introduction …
भक्त सूरदास जी विक्रमी सम्वत सोलहवीं सदी के अंत में एक महान कवि हुए हैं, जिन्होंने श्री कृष्ण जी की भक्ति में दीवाने हो कर महाकाव्य ‘सूर-सागर’ की रचना की| Read more about भगत सूरदास जी की जीवनी – Bhagat Surdas Ji Introduction …
जनक जी एक धर्मी राजा थे| उनका राज मिथिलापुरी में था| वह एक सद्पुरुष थे| न्यायप्रिय और जीवों पर दया करते थे| उनके पास एक शिव धनुष था| Read more about राजा जनक जी की जीवनी – Raja Janak Introduction …
गनिका एक वेश्या थी जो शहर के एक बाजार में रहती थी| वह सदा पाप कर्म में कार्यरत रहती थी| उसके रूप और यौवन सब बाजार में बिकते रहते थे| Read more about गनिका जी की जीवनी – Ganika Introduction …
जब कोई प्राणी परलोक सिधारता है तो उसके नमित रखे ‘श्री गुरु ग्रंथ साहिब’ के पाठ का भोग डालने के पश्चात ‘रामकली राग की सद्द’ का भी पाठ किया जाता है| Read more about बाबा सुन्दर दास जी की जीवनी – Baba Sundar Das Introduction …
गुरु अर्जुन देव जी महाराज फरमाते हैं कि योगी वहीं सच्चा योगी है तथा उसी को मिलो जो माया के बंधन काटे, जो बंधन काटने वाला है, Read more about भाई तिलकू जी की जीवनी – Bhai Tilku Ji Introduction …
भाई गुरदास जी फरमाते हैं, जैसे काले नाग के सिर में मणि होती है पर उसको ज्ञान नहीं होता, मृग की नाभि में कस्तूरी होती है| Read more about भाई भाना परोपकारी जी की जीवनी – Bhai Bhana Propkari Ji Introduction …