बात काफी पुरानी है, एक राजा को बंदरों से बहुत लगाव था| एक बड़ा बंदर तो उसके निजी सेवक के रूप में काम किया करता था| राजा का मानना था कि वह मनुष्यों जैसा ही बुद्धिमान है| Read more about मुर्ख बंदर और राजा – The King And The Foolish Monkey …
बात काफी पुरानी है, एक राजा को बंदरों से बहुत लगाव था| एक बड़ा बंदर तो उसके निजी सेवक के रूप में काम किया करता था| राजा का मानना था कि वह मनुष्यों जैसा ही बुद्धिमान है| Read more about मुर्ख बंदर और राजा – The King And The Foolish Monkey …
गोलू और मोलू पक्के दोस्त थे। गोलू जहां दुबला-पतला था, वहीं मोलू मोटा और गोल-मटोल था। दोनों एक-दूसरे पर जान देने का दम भरते थे। लेकिन उनकी जोड़ी देखकर लोगों की हंसी छूट जाती थी। Read more about मित्र की परख (गोलू-मोलू और और भालू) – The Bear and Two Friends …
एक पहाड़ की ऊंची चोटी पर एक बाज रहता था। पहाड़ की तराई में बरगद के पेड़ पर एक कौआ अपना घोंसला बनाकर रहता था। वह बड़ा चालाक और धूर्त था। Read more about नकल करना बुरा है (बाज, खरगोश और मूर्ख कौवा) – The Eagle and the Foolish Crow …
बहुत समय पहले किसी नगर में एक बहुत बड़ा हाथी रहता था। हाथी बेहद धार्मिक व आस्थावान था और रोज मंदिर के सामने जाकर पूजा भी किया करता था। भारी-भरकम शरीर होने के बावजूद उसके दिल में प्यार भरा हुआ था। Read more about हाथी का बदला – The Revenge Of The Elephant …
किसी जंगल में एक संन्यासी तपस्या करता था। जंगल के जानवर उस संन्यासी के पास उपदेश सुनने आया करते थे। वह सब आकर संन्यासी को चारों ओर से घेर लेते और वह जानवरों को अच्छा जीवन बिताने का उपदेश देता। Read more about चूहा और संन्यासी – The Hermit and the Mouse …
एक समय की बात है, किसी नदी में संकट और विकट नाम के दो हंस कम्बुग्रीव नामक कछुए के साथ रहते थे। तीनों अच्छे मित्र थे। एक बार उस क्षेत्र में अकाल पड़ गया और जल के सभी स्त्रोत नदियां, झीलें तथा तालाब आदि सूख गए। पक्षियों तथा जानवरों के पीने के लिए पानी की एक बूंद भी न बची। वे बेचारे प्यास के मारे दम तोड़ने लगे। Read more about बातूनी कछुआ – The Talkative Tortoise …
बहुत समय पहले एक दर्जी रहता था, जो अपनी सिलाई कला के लिए प्रसिद्ध था और उसकी बड़ी माँग थी। फिर एक समय ऐसा भी। आया कि उसके ग्राहक कम होने लगे। लोगों ने उसकी सिलाई व कपड़ों के डिजाइनों को पुराने फैशन के कहना शुरू कर दिया था। Read more about बौने और दर्जी – The Dwarfs and Tailor …
एक थी हरी-भरी वादी। फूलों व फलों से लदी पेड़ों वाली वादी। चारों ओर हरियाली ही हरियाली थी। रंग-बिरंगे पक्षियों का तो घर था वह वादी। वादी से सदा पक्षियों की आवाजे गूंजती रहती थीं। Read more about स्वार्थी दैत्याकार – The Selfish giant …
हिमालय की पर्वत की तराई की पहाड़ियों में एक गांव बसा था। यह बहुत पहले की बात है। गांव की बाहरी सीमा में, जहां से जंगल आरंभ होता था, एक कुटिया बनी हुई थी। उसमें कोई व्यक्ति नहीं रहता था। Read more about मक्कार भेड़िया और सात मेमने – A Wolf and Seven Lambs …
एक समय की बात है कि एक गांव में एक बहुत उदार तथा दयालु नन्हीं लड़की रहती थी। वह थी तो अनाथ, पर ऐसा लगता था जैसे सारा संसार उसी का है। वह सभी से प्रेम करती थी और दूसरे सब भी उसे बहुत चाहते थे। Read more about दयालु लड़की – Caring Girl …