शेर ने और लंबी छलाँग लगाई और खरगोश को दबोच लिया। शेर अब उसे खाने ही वाला था कि उसे एक हिरन दिख गया। लालची शेर ने खरगोश को छोड़ दिया और हिरन के पीछे भागा।
हिरन ने शेर को अपने पीछे आता देखा, तो वह लंबी-लंबी छलाँग मारता हुआ जंगल में जाकर छिप गया। शेर खरगोश से भी हाथ धो बैठा और हिरन भी उसकी पकड़ में नहीं आया। वह खरगोश को छोड़ने की गलती करने के लिए पछताने लगा। इसी कारण, ठीक ही कहा गया है कि आकाश में दो चिड़ियों से अपने हाथ की एक चिड़िया बेहतर होती है।