उस पर बसे तीन गांव
दो वीरान और एक में बस्ती ही नहीं|
उनमें पधारे तीन कुम्हार
दो अनगढ़ और एक गढ़ता ही नहीं|
उसने बनाईं तीन हंडियां
दो कच्ची और एक पकी ही नहीं|
उसमें पकाए तीन करेले
दो कड़वे और एक मीठा ही नहीं|
वहां आए तीन मेहमान
दो रोगी और एक खाता ही नहीं|
उसने दिए तीन रुपए
दो खोटे और एक सच्चा ही नहीं|
वहां आए तीन मंत्री
दो अंधे और एक देखता ही नहीं|