परिचय से मिलता है साहस

नकल बिन अकल

एक पुरोहित था| उसके पड़ोस में एक नाई रहता था| नाई को एक विचित्र आदत थी| जो पुरोहित करे, वह भी करता था| Read more about नकल बिन अकल

परिचय से मिलता है साहस

बंदरिया खाए सिवइयां

एक थी बुढ़िया| उसका एक बेटा था| एक रोज उसने बुढ़िया से कहा, ‘मां मैं धन कमाने दुबई जाऊं?’ बुढ़िया बोली, ‘बेटा तुम चले जाओगे तो में अकेली हो जाऊंगी| Read more about बंदरिया खाए सिवइयां

परिचय से मिलता है साहस

शायर का भुर्ता

एक थे शायर| नाम था झंडेलाल जानी| उनकी बीवी का बैंगन बहुत पसंद थे| एक रोज उसने अपने मियां को पुकारा, ‘जानी रे जानी|’ Read more about शायर का भुर्ता

परिचय से मिलता है साहस

गंगाराम और मंगाराम

एक था तोता| नाम था गंगाराम| जैसा नाम था, वैसा ही निर्मल उसका मन था| एक रोज उसकी मां ने कहा, ‘बेटा, समय बुरा चल रहा है| Read more about गंगाराम और मंगाराम

परिचय से मिलता है साहस

गाती चिड़िया

एक थी चिड़िया| एक रोज वह राजमहल पहुंची| वहां उसे एक गुड्डा मिला| वह खुश होकर ठुमक-ठुमक नाचने लगी, गाने लगी:­ Read more about गाती चिड़िया

परिचय से मिलता है साहस

कौआ चला मैना की चाल

एक थी मैना| एक था कौआ| वह था मूरख| एक रोज उसने मैना की चाल चलने का फैसला किया| उस रोज मैना स्नान कर बरगद की शाख पर बैठी| Read more about कौआ चला मैना की चाल

परिचय से मिलता है साहस

एक लंबी दौड़

बरामदे में धनेश की कां-कां से मैं जाग गया, जिससे दादाजी को पता लग गया कि नाश्ते का समय हो गया है| मैं बिस्तर पर पड़ा खुले आसमान की ओर ताक रहा था| Read more about एक लंबी दौड़

परिचय से मिलता है साहस

परिवार में उल्लू

सर्दियों की एक शाम को उत्तरी भारत के देहरादून वाले अपने घर के आंगन की सीढ़ियों पर मैंने और मेरे दादाजी ने चित्तीदार उल्लू के एक बच्चे को देखा| Read more about परिवार में उल्लू

परिचय से मिलता है साहस

टोटो के कारनामे

एक दिन दादाजी तांगे वाले से पांच रुपये में टोटो को खरीदकर ले आये| तांगे वाला इस छोटे लाल बंदर को टट्टू के चारे-पानी की हौद से बांधकर रखता था| Read more about टोटो के कारनामे