हालांकि, दादाजी के घर में विभिन्न प्रकार के पालतू पशु भरे पड़े थे| लेकिन मुझे सबसे ज्यादा पसंद वह नन्ही काली बकरी थी, जो सरसों के खेतों से एक दिन मेरे पीछे-पीछे मेरे घर तक आ गयी थी| Read more about सींगों वाली परी …
हालांकि, दादाजी के घर में विभिन्न प्रकार के पालतू पशु भरे पड़े थे| लेकिन मुझे सबसे ज्यादा पसंद वह नन्ही काली बकरी थी, जो सरसों के खेतों से एक दिन मेरे पीछे-पीछे मेरे घर तक आ गयी थी| Read more about सींगों वाली परी …
बाघ का शावक हमारा टिमोथी मेरे दादाजी को उत्तर भारत के देहरा नामक स्थान के पास तराई के जंगलों में शिकार यात्रा के दौरान मिला था| Read more about दादाजी का बाघ …
दिल्ली घूमने के दौरान मुकेश अपने मां-बाप के साथ चिड़ियाघर गया| वह रंग-बिरंगी चिड़ियों, सरीसृपों, लंगूरों और चिंपैंजियों और विशेषकर शेर, बाघ और तेंदुए जैसी बड़ी बिल्लियों को देखकर मंत्र-मुग्ध हो गया| Read more about मुकेश ने चिड़ियाघर बनाया …
एक दिन वेद अपने घर के सामने खेल रहा था| तभी उसकी नज़र उस खाली जगह पर पड़ी जहां एक आम का पेड़ होता था, जिसे कुछ ही दिनों पहले काटा गया था| Read more about स्वच्छ श्यामला धरा …
किताबें… आखिर करती क्या हैं किताबें..? कभी सोचा है आपने? कभी कि है कोशिश इन्हें समझने की, इनसे दोस्ती करने की…? Read more about बेहतरीन दोस्त किताबें …
निखिल सातवीं कक्षा में पढ़ता था| वह एक होनहार और समझदार बालक था| उसके मम्मी-पापा उसे हमेशा अच्छी बातों की सीख देते रहते थे| Read more about उदारता की सीमा …
एक अत्यन्त रमणीय उपवन में एक पेड़ के नीचे जल, वायु, सूर्य तथा मनुष्य बैठे हैं| सूर्य और मनुष्य एक लोहे की बेंच पर बैठे हुए हैं| Read more about सबका अपना महत्त्व …
चीन का एक प्रांत सिचुआन| इसके दक्षिण में जो तीन नदियां बहती हैं उनके नाम हैं मिंजियांग, क्विंगी और दादूण्इन| तीनों नदियों का एक स्थान पर मिलन होता है Read more about लेशान के मैत्रेय बुद्ध …
एक समय की बात है, चिकनी लकड़ी का एक टुकड़ा अंतू नामक एक बूढ़े बढ़ई की दूकान में एक तरफ पड़ा हुआ था| एक दिन अंतू की निगाह उस पर पड़ी और वह उसको पसंद आ गया| Read more about पिंकू के कारनामे …
खेत के किनारे एक पेड़ था| खूब हरा-भरा| मोटी-मोटी शाखाएं| शाखाओं पर बहुत सारी टहनियां! Read more about मित्रता …