समुद्र कुछ देर शांत रहा और नदियों की नाराजगी भरी बातें सुनता रहा। फिर वह बोला, “अगर तुम नहीं चाहतीं कि यह पानी खारा हो, तो तुम लोग मुझसे दूर रहने लगो।”
नदियाँ चुपचाप मुँह लटकाए लौट पड़ीं क्योंकि वे जानती थीं कि वे समुद्र के बिना नहीं रह सकती हैं।
समुद्र कुछ देर शांत रहा और नदियों की नाराजगी भरी बातें सुनता रहा। फिर वह बोला, “अगर तुम नहीं चाहतीं कि यह पानी खारा हो, तो तुम लोग मुझसे दूर रहने लगो।”
नदियाँ चुपचाप मुँह लटकाए लौट पड़ीं क्योंकि वे जानती थीं कि वे समुद्र के बिना नहीं रह सकती हैं।