उसने वहीं से भंवरे को आवाज लगाई और उसे लड़ने की चुनौती देने लगा।
“इधर आ, मोटे! मुझसे मुकाबला कर। देखते हैं कौन जीतता है, वह हाथी की ओर देखकर चिल्लाया। हाथी ने उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया। नशे की धुन में भंवरा उसे लगातार चुनौती देता रहा। आखिरकार, हाथी का धीरज खत्म हो गया। उसने गुस्से में आकर आँवरे पर गोबर और पानी फेंक दिया। भंवरे की वहीं जान निकल गई।
शराब का नशा व्यक्ति को अपने बारे में गलतफहमी पैदा कर देता है।