जय जवान जय किसान - Jai Jawan Jai Kisan

जय जवान जय किसान

१९६५ में पाकिस्तानी आक्रमण के अवसर पर लालबहादुर शास्त्री द्वारा दिया गया प्रसिद्ध नारा। देश की सुरक्षा, सैनिक जवान की भूमिका, गरमी, सर्दी, वर्षा में सीमा की पहरेदारी, मृत्यु का सामना, वीरता एवं बलिदान के प्रति कृतज्ञता की भावना अति आवश्यक।

किसान देश का अन्नदाता, देश की भयंकर खाद्य समस्या का निराकरण । जीवन में भोजन का महत्त्व, किसान का कष्टमय जीवन। समाज द्वारा किसान की उपेक्षा अनुचित।

वही देश शक्तिशाली एवं महान् बन सकता है जिसके जवान अपने परिवार की चिंता से मुक्त होकर लड़ें, और किसान भूमि के स्वामी होकर अन्न उपजाएँ।

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