“बेटा देवव्रत, तुमने तो मेरे विवाह के समय ही जीवन भर अविवाहित रहने की प्रतिज्ञा कर ली थी | Read more about अंबा – Amba …
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कौरव और पांडव राजकुमारों ने शस्त्र विद्या तो सीख ही ली थी, शास्त्रों का ज्ञान भी प्राप्त कर लिया था | Read more about शौर्य-परीक्षा – Shaurya Pareeksha …
सतयुग और त्रेता युग बीतने के बाद जब द्वापर युग आया तो पृथ्वी पर झूठ, अन्याय, असत्य, अनाचार और अत्याचार होने लगे और फिर प्रतिदिन उनकी अधिकता में वृद्धि होती चली गई | Read more about राधा-कृष्ण – Radha Krishna …
पाण्डु की दो पत्नियां थीं – माद्री और कुंती | दोनों रूपवती और गुणवती थीं | दोनों के हृदय में धर्म और कर्तव्य के प्रति अत्यधिक निष्ठा थी | Read more about माताएं दो हृदय एक – Maataen Do Hridya Ek …
भीमसेन कुंती का दूसरा पुत्र था | इसका जन्म पवन देवता के संयोग से हुआ था, इसी कारण इसमें पवन की-सी शक्ति थी | Read more about महाबली भीम – Mahabali Bhima …
द्रोणाचार्य का जीवन बड़े सुख से व्यतीत हो रहा था | उन्हें हस्तिनापुर राज्य की ओर से अच्छी वृत्ति तो मिलती ही थी, अच्छा आवास भी मिला हुआ था | Read more about अपमान का बदला …
अश्वत्थामा द्रोणाचार्य का पुत्र था | कृपी उसकी माता थी | पैदा होते ही वह अश्व की भांति रोया था | Read more about महान योद्धा अश्वत्थामा …
द्रौपदी के साथ पाण्डव वनवास के अंतिम वर्ष अज्ञातवास के समय में वेश तथा नाम बदलकर राजा विराट के यहां रहते थे | Read more about परस्त्री में आसक्ति मृत्यु का कारण होती है …
द्रोणाचार्य उन दिनों हस्तिनापुर में गुरुकुल के बालक पांडव एवं कौरवों को अस्त्र-शस्त्र की शिक्षा दे रहे थे | Read more about सच्ची लगन क्या नहीं कर सकती …
पांडव वनवास का जीवन व्यतीत कर रहे थे | भगवान व्यास की प्रेरणा से अर्जुन अपने भाइयों की आज्ञा लेकर तपस्या करने गए | Read more about मंगलकारी बन गया शाप …