मक्का मदीना में चमत्कार - Guru Nanak Dev Ji in Mecca

मक्का मदीना में चमत्कार – Guru Nanak Dev Ji in Mecca

करतारपुर में कुछ समय ठहर कर गुरु जी फिर पश्चिम के लम्बे मार्ग पर चल पड़े। गुरु जी व मर्दाने ने हाजियों की भांति नीले वस्त्र पहन लिए और सिंध प्रांत की ओर चल पड़े। सिंध में पहुंच कर वह एक हाजियों के काफिले से मिल गए और मक्के की ओर चल पड़े। Read more about मक्का मदीना में चमत्कार – Guru Nanak Dev Ji in Mecca

अहंकारी वली कंधारी - Wali Kandhari

अहंकारी वली कंधारी – Wali Kandhari

बगदाद से चल कर गुरु जी तथा मर्दाना हिन्दुस्तान वापस आ गए। लोगों को नाम-दान प्रदान करते हुए वह उस स्थान पर पहुंचे जिस नगर को हसन अबदाल कहा जाता था। Read more about अहंकारी वली कंधारी – Wali Kandhari

श्री गुरू गोबिन्द सिंह जी की जीवनी (Shri Guru Gobind Singh Ji)

श्री गुरू गोबिन्द सिंह जी की जीवनी (Shri Guru Gobind Singh Ji)

गुरु गोबिंद सिंह जी सिक्खों के दसवें गुरु हैं। गुरु नानक देव जी की ज्योति इनमें प्रकाशित हुई, इसलिए इन्हें दसवीं ज्योति भी कहते हैं। Read more about श्री गुरू गोबिन्द सिंह जी की जीवनी (Shri Guru Gobind Singh Ji)

भीखण शाह ने दर्शन किये - Bhikhan Shah Ne Darshan Kiye

भीखण शाह ने दर्शन किये (Shri Guru Gobind Singh Ji)

करनाल के समीप सिआणा गाँव में एक मुसलमान संत फकीर भीखण शाह रहता था। उसने परमात्मा की इतनी भक्ति तथा निष्काम तपस्या की थी Read more about भीखण शाह ने दर्शन किये (Shri Guru Gobind Singh Ji)

बचपन तथा बाल-कौतुक - Bachapan tatha Baal Kautuk

बचपन तथा बाल-कौतुक (Shri Guru Gobind Singh Ji)

जन्म के पहले साल से ही सभी को यह स्पष्ट नजर आने लगा था कि यह कोई साधारण बालक नहीं है। अन्य बालकों से यह विलक्षण है। Read more about बचपन तथा बाल-कौतुक (Shri Guru Gobind Singh Ji)

कलगियाँ वाला पातशाह - Kalgian Wala Patashah

कलगियाँ वाला पातशाह (Shri Guru Gobind Singh Ji)

बाल रूप में गुरु साहिब बहुत ही सुन्दर लगते थे। उन्हें देखकर सभी मोहित हो जाते थे। उनके माता जी तथा दादी जी उनको सुन्दर वस्त्र पहनाते। Read more about कलगियाँ वाला पातशाह (Shri Guru Gobind Singh Ji)

श्री गुरु गोबिंद सिंह जी - Shri Guru Gobind Singh Ji

पाँच पुत्रों का आशीर्वाद दिया (Shri Guru Gobind Singh Ji)

पटना के आम लोगों की जबान पर यह बात थी कि गुरु तेग बहादुर जी के सुपुत्र के मुख से जो भी बात निकलती है, वह अवश्य पूरी हो जाती है। Read more about पाँच पुत्रों का आशीर्वाद दिया (Shri Guru Gobind Singh Ji)

माई से अनोखी खेल - Mai Se Anokhi Khel

माई से अनोखी खेल (Shri Guru Gobind Singh Ji)

घर के पास ही एक निर्धन माई (औरत) रहती थी जो चरखा कात कर गुजारा करती थी। बड़ी कठिनाई से उसे दो वक्त का अन्न मिलता था। Read more about माई से अनोखी खेल (Shri Guru Gobind Singh Ji)

राजा फतह चंद को निहाल (प्रसन्न) किया - Raja Fateh Chand ko Nihal Kiya

राजा फतह चंद को निहाल (प्रसन्न) किया (Shri Guru Gobind Singh Ji)

गंगा के किनारे एक पंडित शिव दत्त तप करता था। एक दिन समाधि में उसने देखा कि नदी तट पर बच्चों के साथ खेल रहा बाल गोबिंद साधारण बालक नहीं है, Read more about राजा फतह चंद को निहाल (प्रसन्न) किया (Shri Guru Gobind Singh Ji)

ऐतिहासिक स्थान-गोबिंद घाट - Historical Place Govindghat

ऐतिहासिक स्थान-गोबिंद घाट (Shri Guru Gobind Singh Ji)

पंडित शिव दत्त पहले तो ठाकुरों का पुजारी था तथा प्रतिदिन गंगा किनारे प्रातः काल में ठाकुरों की मूर्तियाँ रख कर पूजा करता था। Read more about ऐतिहासिक स्थान-गोबिंद घाट (Shri Guru Gobind Singh Ji)