दीवानचन्द लाल, बादशाह अकबर के वित्त मंत्रालय में एक अधिकारी था। अत: लोग उस को दीवान जी कह कर सम्बोधन करते थे। Read more about चन्दूलाल की बेटी की सगाई असफल …
दीवानचन्द लाल, बादशाह अकबर के वित्त मंत्रालय में एक अधिकारी था। अत: लोग उस को दीवान जी कह कर सम्बोधन करते थे। Read more about चन्दूलाल की बेटी की सगाई असफल …
श्री पृथ्वीचन्द को जब समाचार मिला कि श्री गुरू अर्जुन देव जी ने अपने बेटे की सगाई दीवान चन्दूलाल की लड़की से करने से इन्कार कर दिया और उसका शगुन लौटा दिया है Read more about पृथ्वीचन्द का निधन …
श्री गुरू अरजन देव जी के दरबार में एक दिन आगरा नगर से संगत काफले के रूप में एकत्र होकर पहुंची उन में से अधिकांश भाई गुरदास जी के प्रवचन सुना करते थे किन्तु अब लम्बे समय से भाई गुरदास जी आगरा त्याग कर गुरू चरणों में सेवा करते थे। Read more about आगरे नगर की संगत …
श्री गुरू अर्जुनदेव जी के दरबार में उनके मसंद (मिशनरी) अपने क्षेत्र से संगतों से ‘दसवंध’ की राशि एकत्रित करके लाये Read more about भाई अजब जी तथा भाई अजायब जी …
बाला व किशना दो विद्वान गुरू अर्जुन देव जी के अनन्य सिक्ख थे। यह गुरमति का प्रचार करने भिन्न भिन्न स्थानों पर जाते रहते थे और वहाँ गुरू शब्द की व्याख्या बहुत प्रभावशाली ढंग से करते थे। Read more about भाई बाला जी व किशना जी …
श्री गुरू अर्जुन देव जी के दरबार में सुलतानपुर से संगत गुरू दीक्षा लेने के लिए उपस्थित हुई। Read more about सुलतानपुर की संगत …
एक बार श्री गुरू अर्जुन देव जी के दरबार में भाई झंडू, भाई मुकंदा व भाई केदारा जी हाजिर हुए। उन्होंने गुरूदेव जी से पूछा कि हम किस प्रकार का जीवन जियें ताकि हमारा इस जन्म में उद्धार हो सके। Read more about भलो भलो रे कीरतनीआ …
विपक्ष को हानि पहुँचाने का एक योजनाबद्ध कार्यक्रम, जिस का रहस्य कोई न जान सके, बल्कि पीड़ित पक्ष किसी अन्य को अपराध मानने लग जाये। Read more about षड्यंत्र की परिभाषा …
जो मनुष्य लगातार चुनौती देने पर भी अपने आदर्श पर दृढ़ता से डटा हुआ अपने प्राणों की आहुति दे दे अथवा बलिदान हो जाए किन्तु अपनी धारणा में परिवर्तन न लाए, ऐसे बलिदानी पुरुष को शहीद कहते हैं। Read more about शहीद की परिभाषा …
मुगल शहनशाह (सम्राट) अकबर अपने अन्तिम दिनों में अपने पोते खुसरो को अपना उत्तराधिकारी बनाना चाहता था, जब कि उसका अपना पुत्र शहजादा सलीम (जहाँगीर) जो कि बहुत बड़ा शराबी था, वह भी हर परिस्थिति में सिहांसन प्राप्त करना चाहता था। Read more about गुरु अर्जन देव जी षड्यंत्र के शिकार और शहीदी …