गुरू राम दास जी का ननिहाल गांव बासर, कोई बहुत बड़ा नगर नहीं है। यह अमृतसर के समीप ही है और छेहरटे से दक्षिण-पश्चिम वाली सड़क पर 8 मील की दूरी पर है। Read more about गुरू अमरदास जी के संग मिलाप – Meet with Guru Amar Das Ji (Guru Ram Das Ji) …
गुरू राम दास जी का ननिहाल गांव बासर, कोई बहुत बड़ा नगर नहीं है। यह अमृतसर के समीप ही है और छेहरटे से दक्षिण-पश्चिम वाली सड़क पर 8 मील की दूरी पर है। Read more about गुरू अमरदास जी के संग मिलाप – Meet with Guru Amar Das Ji (Guru Ram Das Ji) …
(गुरू) रामदास जी की नानी की भी आर्थिक दृशा अच्छी नहीं थी। Read more about बासरके में आजीविका – Liveliness in Basarke (Guru Ram Das Ji) …
सिख गुरू साहिबान यह बात भली-भांति जानते थे कि सिखों के न्यारेपन को कायम रखने के लिए और इस नवोदित धर्म को पराधर्मियों के प्रभावों व कुचालों से बचाने के लिए, सिखे प्रभावी नगर बसाने बहुत जरूरी हैं। Read more about गोइंदवाल में घाल कमाई (कर्मठ व्यवहारिक जीवन) – Earning in Goindwal (Guru Ram Das Ji) …
जेठा जी की जीवन-शैली ने गुरु अमरदास जी का मन तो पहले ही मोह लिया था। पिछले बारह-तेरह वर्षों की निकटता ने यह सिद्ध कर दिया था कि जेठा जी गुरसिखीके मार्ग की सीढियों पर सहज- सहज चढते जा रहे थे। Read more about विवाह बीबी भानी जी – Vivah Bibi Bhani Ji (Guru Ram Das Ji) …
सन 1553 के आरंभ में गुरु अमरदास जी कुरुक्षेत्र तथा हरिद्वार आदि हिंदू तीर्थों पर गुरमत – प्रचार करने के लिए और हिंदू जनता को जीवन का सही रास्ता बताने के लिए गए। Read more about गुरू अमरदास जी के संग प्रचारक दौरे – Guru Amar Das Ji Ke Sang Prachar Daura …
सिख सतगुरू साहिबान की धर्म प्रचार लहर ने ब्राहमणी भते के विश्वास के रवौरवलेपन को लोगों के सामने अच्छी तरह उभार कर पेश कर दिया था और ब्राहमणों की कपटी चालों का पर्दा फाश कर दिया था। Read more about अकबर के दरबार में – In Akbar’s court (Guru Ram Das Ji) …
प्राचीन धर्म पुस्तकों और ब्राहमणी प्रचार के प्रभाव के कारण भारतीय समाज जाति पात के बंधनों में पूरी तरह जकड़ा हुआ था। Read more about बाउली (जलकुंड) की सेवा – Baoli Sewa (Guru Ram Das Ji) …
(गुरु) रामदास जी के घर में तीन पुत्र पैदा हुए – बाबा पृथी चंद सन 1558 में, बाबा महादेव, सन 1560 में और (गुरू) अरजन देव जी 15 अप्रैल सन 1563 को पृथी चंद अति दर्जे का चालाक था Read more about गुरु रामदास जी के घर में संतानें – Children in the House of Guru Ramdas Ji …
सिखी के प्रचार और सिख भाईचारे की मजबूती के लिए गुरू नानक देव जी ने करतारपुर, गुरू अंगद देव जी ने खडूर साहब और गुरू अमरदास जी ने गोइंदवाल साहिब में नगर बसाए थे। Read more about सिखी के केंद्र श्री अमृतसर की नींव – The Foundations of the Center of Sikhs Shri Amritsar …
पंजाब में सिद्धों, योगियों, नाथों को बहुत जोर रहा है। साधारण ग्रामीण जनता पर ये लोग जनता की समझ में न आ सकने वाले कौतुकों के कारण अपना प्रभाव जमाए रखने में काफी सफल रहे हैं। Read more about तपे ने सिक्खी धारण की – Tappa Became a Sikh (Guru Ram Das Ji) …