
29July
विरासत की संभाल – Inheritance Handle (Guru Ram Das Ji)
श्री गुरु रामदास जी ने अपनी बाणी में गुरु नानक पातशाह जी की विशाल विरासत को संभाला। ऐसी साखियों व घटनाओं का वर्णन किया जो गुरमत मार्ग की महानता को दर्शाती हैं। गुरु निंदकों का वर्णन व उन की दुर्दशा, जाति अभिमानियों की नीच हरकतों, गुरु अमरदास जी के प्रचारक दौरों व सिखी मार्ग पर चलते हुए विभिन्न प्रकार के अनुभवों का बर्णन किया है। इसीलिए फारस्टर ने अपनी यात्राओं में लिखा है कि गुरु रामदास जी ने इतिहासिक घटनाओं, पुरखों के उपदेशों व नियमों को एक स्थान पर संकलित किया और उन की रचना की व्याख्या करके साथ जोड़ा।’