सिख संगत भारी संख्या में गुर – दरबार में आती थी। गुर उपदेश ग्रहण करती और प्रभु के रंग में रम जाती। Read more about धार्मिक जागृति – Dharmik Jagriti (Guru Ram Das Ji) …
सिख संगत भारी संख्या में गुर – दरबार में आती थी। गुर उपदेश ग्रहण करती और प्रभु के रंग में रम जाती। Read more about धार्मिक जागृति – Dharmik Jagriti (Guru Ram Das Ji) …
गुरू अमरदास जी के ज्योति में विलीन होने के पश्चात अमृतसर शहर के निर्माण कार्य की ओर विशेष ध्यान नहीं दिया जा सका था। Read more about अमृतसर में रौनक – Decorations in Amritsar (Guru Ram Das Ji) …
अमृतसर शहर का बसना और यहां पर (पांचवें पातशाह के समय) प्रमुख धर्म स्थान श्री दरबार साहिब का निर्माण किया जाना और छटे पातशाह के समय श्री अकाल तख्त साहिब का निर्माण, इस नगर की कौमी व अंतर्राष्ट्रीय प्रसिद्धि का कारण बना। Read more about सिखों के उज्जवल भविष्य की नींव – Foundation for the Bright Future of the Sikhs …
श्री अमृतसर साहिब में निवास करते समय श्री गुरू रामदास जी का जो नित्य का व्यवहार था, उसका वर्णन महिमा प्रकाश व सूरज प्रकाश में मिलता है। Read more about नित्य की दिनचर्या …
लाहौर से भाई सिहारी मल जी व अन्य सिख संगत की यह प्रबल इच्छा थी कि सतगुरू जी अपनी जन्म भूमि पर एक बार फिर चरण डालें। Read more about लाहौर का दौरा …
गुरू रामदास जी लाहौर से वापिस अमृतसर आए ही थे कि बादशाह अकबर भी काबुल की लड़ाई से वापिसी पर सन 1579 में श्री अमृतसर आया। Read more about अकबर का आगमन …
श्री गुरू नानक देव जी के बड़े सपुत्र बाबा श्री चंद जी ने अपना भिन्न मत चला लिया था, जिस को उदासी मत कहा जाता है। Read more about बाबा श्री चंद जी का दर्शनार्थ आना – Baba Shri Chand ji’s visit (Guru Ram Das Ji) …
भाई हिंदाल गुरू जी के अनन्य सिख हुए हैं। आप जिला अमृतसर के जंडियाला नगर के रहने वाले थे। आप गुरू के लंगर में दिन रात सेवा किया करते थे। Read more about अनोखा सेवक – भाई हिंदाल जी – Anokha Sewak Bhai Hindal Ji (Guru Ram Das Ji) …
धर्म मार्ग के राहियों की प्रबल इच्छा मानसिक शांति होती है। संसार के झमेलों में मनुष्य को कई प्रकार की चिंताएं घेरे रखती हैं। माया भिन्न-भिन्न रूपों में धर्म- मार्ग की राह में आ खड़ी होती है। Read more about मानसिक शांति कैसे हो – How is Peace (Guru Ram Das Ji) …
धर्मात्मा मनुष्यों की यह भी चाह रही है कि जन्म व मृत्यु अथवा आवागवन के भंवर से मुक्ति प्राप्त की जाय। संसार में कई तरह के धर्म कर्म इस आशय की प्राप्ति के लिए किये जाते हैं। Read more about जन्म और मृत्यु से मुक्ति – Freedom from Birth and Death (Guru Ram Das Ji) …