05April अन्नपूर्णा मंत्र अन्नपूर्णे सदा पूर्णे शंकरप्राणवल्लभे । ज्ञानवैराग्यसिद्ध्य भिक्षां देहि च पार्वति ।। dharmikgyan.com@gmail.com Author