तोते तयियाना ||
ॐ :- इस मंत्र के प्रयोग हेतु साधक कब्रिस्थान में जाकर, एक नई एवं एक पुरानी कब्र की थोड़ी-थोड़ी मिट्टी दोनों हाथों की मुट्ठियों में अलग-अलग लेकर बंद कर लें | जप स्थान पर आकर दोनों मुट्ठियों की मिट्टी अलग-अलग थैलियों में रखें | 333, 333, दानें अलग – अलग पहले ही रख लें)
यह प्रयोग तब किया जाता है, जब व्यक्ति समस्या – ग्रस्त होकर स्वयं कोई निर्णय न ले सके | तब रात्रि के समय प्रयोग कर्ता सोते समय उन दोनों थैलियों को सिरहाने रखे तो स्वप्न में सही मार्ग दर्शन चमत्कारिक ढंग से होगा | मार्ग – दर्शन मिल जाने पर कब्र की मिट्टी को अगले दिन कब्रिस्थान में डाल देना चाहिए | अगर यह प्रयोग एक बार में सफल न होवे तो तीन वार बार करें अवश्य सफल होगा |