ॐ क्षीं क्षीं क्षीं क्षीं क्षीं फट् ||
विधि :– मंत्र सिद्धि हेतु, किसी ग्रहण. होली दीपावली आदि पर इसे पाँच सौ बार जप कर सिद्ध कर लें | साधक की सभी प्रकार की सुरक्षा होती है | सिद्धि के बाद धन-ध्यान, पुत्र-पुत्रादि भी वृद्धि होती है | साधकों को इस मंत्र की एक माला प्रतिदिन जप करना चाहिए इस से चहुँ ओर से लाभ होती है | यह सुरक्षा एवं प्रगति हेतु एक श्रष्ठ मंत्र है |