ॐ नमो आदेश गुरु का | श्री राम को मचक उड़ाई
इसके तन से तुरन्त पीर भागि जाई | न रहे रोग पीड़ा
फूँक से हुई सब पानी “अमुक” की व्यथा छोड़
भाग तूँ मचकानी | न भागे पीड़ा तो महादेव की
दुहाई | आदेश सिया राम-लखन गुँसाई ||
विधि:- इस मंत्र को सिद्ध करने के बाद, जब किसी को मोच आ जाय तो सरसों के तेल को इस मंत्र से अभिमंत्रित कर मोच पर मालिश करें तो पीड़ा स्तम्भित होकर मोच ठीक हो जाती है |