31March श्री सूर्य मंत्र आ कृष्णेन् रजसा वर्तमानो निवेशयत्र अमतं मर्त्य च | हिरणययेन सविता रथेना देवो याति भुवनानि पश्यन || dharmikgyan.com@gmail.com Author