भाई भाना परोपकारी जी की जीवनी - Bhai Bhana Propkari Ji Introduction

भाई भाना परोपकारी जी की जीवनी – Bhai Bhana Propkari Ji Introduction

भाई गुरदास जी फरमाते हैं, जैसे काले नाग के सिर में मणि होती है पर उसको ज्ञान नहीं होता, मृग की नाभि में कस्तूरी होती है| Read more about भाई भाना परोपकारी जी की जीवनी – Bhai Bhana Propkari Ji Introduction