जय जय जय रविदेव, जय जय जय रविदेव |
रजनीपति मदहारी, शतदल जीवनदाता | Read more about श्री सूर्यनारायण जी की आरती – Shri Suryanarayan Ji Ki Aarti …
जय जय जय रविदेव, जय जय जय रविदेव |
रजनीपति मदहारी, शतदल जीवनदाता | Read more about श्री सूर्यनारायण जी की आरती – Shri Suryanarayan Ji Ki Aarti …
ॐ जय श्रीचन्द्र यती,
स्वामी जय श्रीचन्द्र यती |
अजर अमर अविनाशी योगी योगपती | Read more about श्री चन्द्र जी की आरती – Shri Chander Ji Ki Aarti …
जय जय श्री बद्रीनाथ, जयति योग ध्यानी || टेक || Read more about श्री बद्रीनाथ जी की आरती – Shri Badrinath Ji Ki Aarti …
हे शारदे! कहाँ तू बीणा बजा रही है |
किस मंजुज्ञान से तू जग को लुभा रही है | Read more about श्री शारदा माता जी की आरती – Shri Sharda Mata Ji Ki Aarti …
बारम्बार प्रणाम मैया बारम्बार प्रणाम,
जो नहीं ध्यावे तुम्हें अमिबके, कहां उसे विश्राम |
अन्नपूर्णा देवी नाम तिहारो, लेत होत सब काम || Read more about श्री अन्नपूर्णा देवी जी की आरती – Shri Annapoorna Devi Ji Ki Aarti …
हरि ओं शाकुम्भर अम्बा जी, की आरती कीजो
ऐसा अदभुत रूप हृदय धर लीजो,
शताक्षी दयालु की आरती कीजो | Read more about श्री शाकंभरी माता जी की आरती – Shri Shakambari Mata Ji Ki Aarti …
जय केदार उदार शंकर, मन भयंकर दुःख हरम |
गौरी गणपति स्कन्द नन्दी, श्री केदार नमाम्यहम् | Read more about श्री केदारनाथ जी की आरती – Shri Kedarnath Ji Ki Aarti …
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी |
तुमको निशि दिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी || Read more about श्री दुर्गा जी की आरती – Shri Durga Ji Ki Aarti …
ज्ञान दीप और श्रद्धा की बाती, सो भक्ति ही पूर्ती करै जहं घी की |
आरती श्री गायत्री जी की | Read more about श्री गायत्री जी की आरती – Shri Gayatri Ji Ki Aarti …
बाल समय रवि भक्ष लियो, तब तीनहुं लोक भयो अंधियारों |
ताहि सों त्रास भयो जग को, यह संकट काहु सों जात न टारो || Read more about संकटमोचन हनुमानाष्ट्क जी की आरती – Sankatmochan Hanumanashtak Ji Ki Aarti …