ब्रह्मा भेद न तुम्हरे पावे, पंच बदन नित तुमको ध्यावे ।
षड्मुख कहि न सकत यश तेरो, सहसबदन श्रम करत घनेरो ।। Read more about श्री पार्वती माता चालीसा – Shri Parvati Mata Chalisa …
08APRIL
ब्रह्मा भेद न तुम्हरे पावे, पंच बदन नित तुमको ध्यावे ।
षड्मुख कहि न सकत यश तेरो, सहसबदन श्रम करत घनेरो ।। Read more about श्री पार्वती माता चालीसा – Shri Parvati Mata Chalisa …
नित्य आनंद करिणी माता, वर अरु अभय भाव प्रख्याता ।
जय ! सौंदर्य सिंधु जग जननी, अखिल पाप हर भव-भय-हरनी । Read more about श्री माँ अन्नपूर्णा चालीसा – Maa Annapurna Chalisa …