कृतवर्मा हृदिक का पुत्र था | वह बड़ा शूरवीर था, लेकिन साथ में कुटिल और क्रूर प्रकृति का भी था | Read more about कृतवर्मा – Kritavarma …
कृतवर्मा हृदिक का पुत्र था | वह बड़ा शूरवीर था, लेकिन साथ में कुटिल और क्रूर प्रकृति का भी था | Read more about कृतवर्मा – Kritavarma …
युधिष्ठिर जुए में अपना सर्वस्व हार गए थे | छलपूर्वक, शकुनि ने उनका समस्त वैभव जीत लिया था | Read more about श्रीकृष्ण ने बचाई द्रोपदी की लाज – Shrikrishna ne bachai Draupadi ki Laaj …
शल्य ही बहन माद्री का विवाह पाण्डु से हुआ था | नकुल और सहदेव उनके सगे भांजे थे | Read more about सत्कार से शत्रु भी मित्र बन जाते हैं – Satkaar se Shatru Bhi Mitr Ban Jaate Hain …
पाण्डव अपनी मां कुंती के साथ इधर से उधर भ्रमण कर रहे थे | वे ब्राह्मणों का वेश धारण किए हुए थे | Read more about कुंती का त्याग – Kunti ka Tyag …
जिन दिनों महाराज युधिष्ठिर के अश्वमेध यज्ञ का उपक्रम चल रहा था, Read more about धीरता की पराकाष्ठा – Dhirata ki Paraakaashtha …
एक धर्मात्मा ब्राह्मण थे, उनका नाम मांडव्य था | वे बड़े सदाचारी और तपोनिष्ठ थे | संसार के सुखों और भोगों से दूर वन में आश्रम बनाकर रहते थे | Read more about धर्मराज को श्राप – Dharamraj ko Shraap …
प्राचीन काल में अतवाक नाम के एक महर्षि थे | बहुत समय तक उनकी पत्नी के गर्भ से कोई भी पुत्र पैदा नहीं हुआ, इस कारण वे बड़े दुखी रहते थे, Read more about रैवत – Raivat …
संध्या का समय था | सूर्य अस्त हो चुका था | ब्राह्मण कुमारों के वेश में पांडव द्रौपदी को साथ लिए हुए अपनी मां के पास गए | Read more about परम भिक्षा – Param Bhiksha …
महाभारत के युद्ध का सत्रहवां दिन समाप्त हो गया था | महारथी कर्ण रणभूमि में गिर चुके थे | Read more about दानवीरता कर्ण की – Danveerta Karna Ki …
प्राचीन भारत में पुत्रेष्टि यज्ञ के द्वारा तेजस्वी पुत्र प्राप्त करने की प्रथा थी | Read more about द्रुपद का पुत्रेष्टि यज्ञ – Drupad ka Putreshti Yagy …