भाई तीर्था जी जिनका उपनाम मंझ था, गाँव कंग भाई, जिला होशियारपुर, पँजाब के रहने वाले एक धनाढ़ किसान थे। आप अपने गाँव के सरपंच अथवा चौधरी थे। Read more about भाई तीर्था जी (मंझ) (Bhai Tirtha Ji Manjh) …
भाई तीर्था जी जिनका उपनाम मंझ था, गाँव कंग भाई, जिला होशियारपुर, पँजाब के रहने वाले एक धनाढ़ किसान थे। आप अपने गाँव के सरपंच अथवा चौधरी थे। Read more about भाई तीर्था जी (मंझ) (Bhai Tirtha Ji Manjh) …
भाई मरदाना जी की अंश में से दो रबाबी भाई सत्ता जी व बलवंड जी, श्री अर्जुन देव जी के दरबार में प्रतिदिन प्रात:काल नियमानुसार कीर्तन (चौकी भरा) किया करते थे। Read more about गुरू घर के कीर्तनीये, सत्ता व बलवंड का रूठना (Satta Balwand) …
सम्राट अकबर के सलाहकार जिनको उपमन्त्री की उपाधी से सम्मानित किया गया था और जिनका नाम वज़ीर खान था, जलोधर रोग से पीड़ित रहने लगे। Read more about जलोधर रोग का निवारण …
भाई बहिलो जी पंजाब के मालवा क्षेत्र के निवासी थे। आप जी भी सखी सरवर की उपासना करते थे परन्तु आध्यात्मिक प्राप्तियों के लिए संघर्ष करना आपका मुख्य प्रयोजन था। Read more about भाई बहिलो जी (Bhai Behlo Ji) …
पंजाब के मालवा क्षेत्र में बराड़ कबीले निवास करते थे। अधिकांश मालवा क्षेत्र रेगिस्थान जैसा ही है, क्योंकि उन दिनों यहाँ सिंचाई सुविधाएं नहीं थी। Read more about भाई बहोडू जी (Bhai Bahodu Ji) …
श्री गुरू अर्जुन देव जी के दरबार में अफगानिस्तान से सिक्खों का एक काफिला दर्शनों के लिए उपस्थित हुआ। इस काफिले के एक सिक्ख भाई कटारू जी ने गुरू चरणों में प्रार्थना की कि हे गुरूदेव! Read more about भाई कटारू जी (Bhai Kataru Ji) …
गुरू श्री अर्जुन देव जी के दरबार में अफगानिस्तान के गजनी क्षेत्र से संगत गुरू दर्शनों को आई। अमृतसर पहुँचने पर गुरूदेव की ओर से उनका भव्य स्वागत किया गया। Read more about भाई त्रिलोका जी (Bhai Triloka Ji) …
श्री गुरू राम दास जी द्वारा मसंद (मिशनरी) प्रथा बहुत सफलतापूर्वक चल रही थी। Read more about एक माता की प्रेमपूर्वक भेंट (Shri Guru Arjan Dev Ji) …
श्री गुरू अर्जुन देव जी को उनके श्रद्धालुजन लम्बे समय से अपने अपने क्षेत्र में आमन्त्रित कर रहे थे। उनमें गुरू घर के मसंद (मिशनरी) लोग भी थे। Read more about गुरू अर्जुन देव जी की प्रचार यात्राएं …
श्री गुरू अर्जुन देव जी को एक दिन बाबा बुड्ढा जी ने अनुरोध किया कि वह हमारे पूर्वजों के निवास स्थल पर अवश्य ही चलें। Read more about बाबा बुड्ढा जी के जन्म स्थल पर गुरूदेव जी का आगमन …