श्री गुरू अर्जुन देव जी प्रचार अभियान के अन्तर्गत लोक कल्याण के लिए कुछ विशेष कार्यक्रम चला रहे थे, जिसमें अकालग्रस्त क्षेत्रों में कुएं खुदवाना तथा पीड़ितों के लिए लंगर, दवाएं इत्यादि का प्रबन्ध उल्लेखनीय था। Read more about शीतला (चेचक) रोग …
श्री गुरू अर्जुन देव जी प्रचार अभियान के अन्तर्गत लोक कल्याण के लिए कुछ विशेष कार्यक्रम चला रहे थे, जिसमें अकालग्रस्त क्षेत्रों में कुएं खुदवाना तथा पीड़ितों के लिए लंगर, दवाएं इत्यादि का प्रबन्ध उल्लेखनीय था। Read more about शीतला (चेचक) रोग …
श्री गुरू अर्जुन देव जी अकाल पीड़ितों की सहायता के लिए जब परिवार सहित लाहौर नगर चले गये तो आप की माता भानी जी कुछ दिनों के लिए अपने मायके गोईंदवाल चली गई। Read more about माता भानी जी का निधन …
श्री गुरू अरजन देव जी के दरबार में एक विश्वम्बर दत्त नामक पण्डित जी अपने पुत्र सहित कांशी नगर से पधारे। गुरूदेव ने उन्हें एक विद्वान जान कर आदर दिया। Read more about पण्डित विश्वम्बर दत्त जी …
श्री गुरू अर्जुन देव जी के दरबार में कुछ श्रद्धालु सिक्ख उपस्थित हुए और वे विनती करने लगे कि गुरूदेव जी! Read more about आदि बीड़ (ग्रन्थ साहिब) का संकलन …
श्री गुरू अर्जुन देव जी रामसर नामक स्थान पर एकान्तवास में जब आदि ग्रन्थ साहब के सम्पादन का कार्य कर रहे थे तो उन दिनों आप से मिलने के लिए लाहौर नगर के कुछ भक्तजन विशेष रूप से आये। Read more about कुछ भक्तजनों की बाणी अस्वीकार …
भाई बन्नो जी जिला गुजरात पश्चिमी पँजाब की तहसील फालिया के एक गाँव मांगट के निवासी थे। आप जी श्री अर्जुन देव जी के अनन्य सिक्ख थे। Read more about भाई बन्नो जी द्वारा तैयार करवाई गई बीड़ …
जब आदि बीड़ के सम्पादन अथवा लिखाई का कार्य सम्पूर्ण हो गया तो मंसदों (मिशनरियों) द्वारा आसपास के क्षेत्रों में गुरूदेव जी ने संदेश भिजवाये Read more about श्री हरिमन्दिर साहिब में आदि बीड़ (गुरु ग्रन्थ) साहिब का प्रकाश …
श्री हरिमन्दिर साहब में श्री गुरू अर्जुन देव जी द्वारा गुरूवाणी का भण्डार ‘आदि बीड़ साहब’ की विधिवत स्थापना कर दी गई है। यह समाचार प्राप्त होते ही श्रद्धालुओं का विशाल जनसमूह दर्शनार्थ उमड़ पड़ा। Read more about आदि बीड़ (गुरु ग्रन्थ) साहब की विशेषता …
दीवानचन्द लाल, बादशाह अकबर के वित्त मंत्रालय में एक अधिकारी था। अत: लोग उस को दीवान जी कह कर सम्बोधन करते थे। Read more about चन्दूलाल की बेटी की सगाई असफल …
श्री पृथ्वीचन्द को जब समाचार मिला कि श्री गुरू अर्जुन देव जी ने अपने बेटे की सगाई दीवान चन्दूलाल की लड़की से करने से इन्कार कर दिया और उसका शगुन लौटा दिया है Read more about पृथ्वीचन्द का निधन …