आषाढ़ शुक्ल एकादशी को देवशयनी एकादशी कहते हैं| पुराणों में उल्लेख आया है कि इस दिन से भगवान् विष्णु चार मास तक पाताल लोक में निवास करते हैं और कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को प्रस्थान करते हैं| Read more about देवशयनी एकादशी …
आषाढ़ शुक्ल एकादशी को देवशयनी एकादशी कहते हैं| पुराणों में उल्लेख आया है कि इस दिन से भगवान् विष्णु चार मास तक पाताल लोक में निवास करते हैं और कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को प्रस्थान करते हैं| Read more about देवशयनी एकादशी …
आषाढ़ मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है| इस एकादशी के व्रत में भगवान् नारायण की मूर्ति को गंगा जल से स्नान करा कर भोग लगाकर पुष्प, दीप से आरती की जाती है| Read more about योगिनी एकादशी …
ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी कहते हैं| इस व्रत में पानी का पीना वर्जित है, इसलिए इसे निर्जला एकादशी कहते हैं| Read more about निर्जला एकादशी …
गंगा दशहरा का पर्व ज्येष्ठ मॉस की शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाया जाता है| ज्येष्ठ शुक्ल दशमी को सोमवार तथा हस्त-नक्षत्र होने पर यह तिथि घोर पापों को नष्ट करने वाली मानी गई है| हस्त नक्षत्र में बुधवार के दिन गंगावतरण हुआ था| इसलिए यह तिथि अधिक महत्वपूर्ण है| इस तिथि में स्नान, दान, तर्पण से दस पापों का नाश होता है इसलिए इसे दशहरा कहते हैं| Read more about गंगा दशहरा …
यह चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है| इस दिन सौभाग्यवती स्त्रियाँ व्रत रखती हैं| Read more about गणगौर व्रत कथा एवं विधि …
यह व्रत आषाढ़ मास की पूर्णिमा को रखा जाता है| यह व्रत दक्षिण भारत में अधिक प्रचलित है| Read more about कोकिला व्रत …
वट सावित्री व्रत ज्येष्ट मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को सम्पन्न किया जाता है| यह स्त्रियों का महत्वपूर्ण पर्व है| Read more about वट सावित्री व्रत एवं विधि …
श्रावण मास के समस्त सोमवारों को यह व्रत रखा जाता है| इस व्रत में शिव जी, पार्वती जी, गणेश जी तथा नन्दी की पूजा की जाती है| Read more about शिवजी का व्रत एवं विधि …
श्रावण मास में जितने भी मंगलवार आएँ, उनमें रखे गये व्रत गौरी व्रत कहलाते हैं| यह व्रत मंगलवार को रखे जाने के करण मंगला गौरी व्रत कहलाते हैं| Read more about मंगल गौरी का पूजन और व्रत एवं विधि …
भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष को अष्टमी को कृष्ण प्रिया राधा जी का जन्म हुआ था| इसलिए यह दिन राधाष्टमी के रूप में मनाया जाता है| Read more about राधाष्टमी व्रत एवं विधि …